“AI Tools for Advanced Technology Workshop 2025: अनंत कॉलेज रायगढ़ में एआई आधारित तकनीक पर सफल प्रशिक्षण”
रायगढ़ (छत्तीसगढ़)। अनंत कॉलेज, रायगढ़ के आईटी विभाग द्वारा 22 नवंबर 2025 को “AI Tools for Advanced Technology” विषय पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला ने विद्यार्थियों को आधुनिक तकनीक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की नई संभावनाओं से परिचित कराया। PGDCA, DCA, BCA, B.A. तथा B.Com के छात्रों ने बड़ी संख्या में भाग लेकर कार्यक्रम को ऐतिहासिक सफलता दिलाई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं की–नोट स्पीकर डॉ. आयुष कुमार अग्रवाल (सहायक प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष—कंप्यूटर साइंस, डॉ. सी. वी. रमन यूनिवर्सिटी, कोटा—बिलासपुर) ने एआई की विविध तकनीकों पर अत्यंत सरल और रोचक ढंग से प्रकाश डाला। उनके साथ श्री गौतम चौधरी (चेयरमैन, उत्तम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन), अरुण कुमार पांडे (सहायक प्राध्यापक, कंप्यूटर साइंस), अनाथ माहथा (उत्तम मेमोरियल कॉलेज) तथा महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्या सुश्री नम्रता जलछत्री की गरिमामयी उपस्थिति कार्यक्रम की शोभा बढ़ाती रही।

कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इसके बाद प्रभारी प्राचार्या सुश्री नम्रता जलछत्री ने सभी अतिथियों का पुष्पगुच्छ से स्वागत करते हुए कहा कि—
“आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आज शिक्षा और रोजगार दोनों क्षेत्रों का आधार बन चुका है। हमारा लक्ष्य है कि विद्यार्थी नवीनतम तकनीकों के साथ खुद को भविष्य के लिए तैयार करें।”
मुख्य वक्ता डॉ. आयुष कुमार अग्रवाल ने अपने सत्र में Generative AI, Machine Learning, Google Forms, ChatGPT सहित कई प्रमुख एआई टूल्स की उपयोगिता को विस्तारपूर्वक समझाया। उन्होंने वास्तविक उदाहरणों के माध्यम से बताया कि एआई कैसे कार्यक्षमता बढ़ाता है, समस्याओं को हल करता है और नए अवसरों के द्वार खोलता है।
सत्र का सबसे उत्साहजनक चरण था प्रश्न–उत्तर सत्र, जिसमें विद्यार्थियों ने एआई के भविष्य, नौकरी की संभावनाओं, डेटा सुरक्षा और एआई के नैतिक उपयोग से जुड़े सवाल पूछे। डॉ. अग्रवाल ने हर प्रश्न का स्पष्ट और प्रभावशाली समाधान प्रस्तुत किया, जिसने छात्रों की समझ और अधिक मजबूत की।

कार्यक्रम के संचालन और सफलता में आईटी विभाग के सभी सदस्यों—
होशलाल नायक, विवेक गुप्ता, रंजीत प्रजापति, चित्ररेखा राठिया, दीपिका नायक, गुलशन जाटवर, आँचल महंत, सुधा गुप्ता, अश्विनी प्रधान, सिमरन साहू, हसीना लकड़ा और हीरा बंजारे—का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण रहा।
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें सभी अतिथियों, विद्यार्थियों और आयोजन टीम का आभार जताया गया। महाविद्यालय ने भविष्य में भी ऐसी ज्ञानवर्धक एवं तकनीक-आधारित कार्यशालाएँ आयोजित करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।






