दिसम्बर 6, 2025

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“Minta Devi Controversy: प्रियंका गांधी ने 124 साल की महिला की टी-शर्ट पहनकर किया विरोध | Parliament Protest 2025”

बिहार में चुनाव आयोग की ओर से मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर विपक्ष आर-पार की लड़ाई के मूड में है। मंगलवार, 12 अगस्त 2025 को इसी मुद्दे पर कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य विपक्षी नेताओं ने संसद के बाहर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन के दौरान सांसदों ने एक जैसी टी-शर्ट पहनी थी, जिस पर “मिंता देवी” का नाम और फोटो छपा हुआ था। यह टी-शर्ट सबका ध्यान खींच रही थी, क्योंकि सवाल उठ रहा था — आखिर मिंता देवी कौन हैं?

दरअसल, विपक्ष का आरोप है कि चुनाव आयोग की मतदाता सूची में भारी गड़बड़ी है और फर्जी नाम जोड़े गए हैं। इसी के तहत मिंता देवी का नाम सामने आया है, जिनकी उम्र वोटर लिस्ट में 124 साल दर्ज है। इसे चुनावी सूची की विसंगति का प्रतीक बताते हुए सांसदों ने मिंता देवी की टी-शर्ट पहनकर प्रदर्शन किया।

इससे एक दिन पहले, सोमवार को भी विपक्षी दलों के सांसदों ने बिहार में कथित वोट चोरी और मतदाता सूची में गड़बड़ी के खिलाफ संसद भवन परिसर से मार्च निकाला था। हालांकि दिल्ली पुलिस ने उन्हें संसद मार्ग पर ही रोक लिया और बाद में हिरासत में ले लिया।

विपक्षी नेताओं का कहना है कि देश को एक साफ-सुथरी मतदाता सूची चाहिए और चुनाव आयोग को अपनी विश्वसनीयता साबित करनी होगी — अन्यथा वह ‘चुनाव आयोग’ कहलाने लायक नहीं रह जाएगा।

फिर भी, विपक्ष ने इस मुद्दे को संसद में जोर-शोर से उठाया. उनका कहना है कि यह सिर्फ एक उदाहरण है, असली समस्या मतदाता सूची की पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता और सटीकता की है. बिहार में जारी SIR को लेकर पहले से ही विवाद है, जहां बड़ी संख्या में नाम हटाने और गलत प्रविष्टियों की शिकायतें सामने आ रही हैं.

विपक्षी सांसदों का तर्क है कि अगर ऐसी बुनियादी गलतियां हो रही हैं, तो यह चुनाव की निष्पक्षता और मतदाता सूची की विश्वसनीयता को प्रभावित करेगा. वहीं, चुनाव आयोग का कहना है कि तकनीकी त्रुटियां सामान्य हैं और उन्हें सुधारने के लिए प्रक्रिया तय है. 

124 साल की उम्र वाली “पहली बार वोटर” की कहानी ने आज संसद से लेकर गांव तक बहस छेड़ दी है.  विपक्ष इसे सिस्टम की नाकामी का प्रतीक मान रहा है, जबकि स्थानीय प्रशासन इसे एक मानवीय त्रुटि बताकर मामला शांत करने की कोशिश में है. 

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