बिहार से शुरू हुई विपक्ष की ‘वोट अधिकार यात्रा’, 16 दिनों तक चलेगी जनसंपर्क मुहिम
बिहार में विपक्षी दलों ने मतदाता अधिकारों की सुरक्षा और चुनावी सुधार की मांग को लेकर बड़ी मुहिम शुरू कर दी है। कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन के अन्य सहयोगी दलों ने शनिवार, 17 अगस्त 2025 से ‘वोट अधिकार यात्रा’ की शुरुआत की। यह यात्रा सासाराम से निकली है और 16 दिनों तक बिहार के विभिन्न जिलों से होकर गुज़रेगी।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने यात्रा का ऐलान करते हुए कहा कि यह अभियान लोगों को उनके संवैधानिक अधिकारों के प्रति जागरूक करने और चुनावी व्यवस्था में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए शुरू किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि हाल के चुनावों में मतदाता सूची में गड़बड़ी और वोटर कार्ड में अनियमितताओं के कई मामले सामने आए हैं, जिन पर चुनाव आयोग को गंभीरता से कार्रवाई करनी चाहिए।
यात्रा का उद्देश्य:
लोगों को मतदान के अधिकार की महत्ता बताना।
चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता की मांग उठाना।
युवा और पहली बार वोट डालने वालों को जागरूक करना।
यात्रा का मार्ग:
यात्रा सासाराम से शुरू होकर आरा, बक्सर, पटना, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, पूर्णिया जैसे प्रमुख शहरों से गुज़रेगी। इसमें रैली, नुक्कड़ सभा और पदयात्रा के ज़रिये जनता से सीधा संवाद किया जाएगा।
नेताओं की मौजूदगी:
यात्रा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, राजद, जदयू (शरद गुट), वाम दल और अन्य सहयोगी पार्टियों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के भी यात्रा के कुछ चरणों में शामिल होने की संभावना है।
भविष्य की रणनीति:
विपक्षी दलों ने ऐलान किया कि अगर चुनावी सुधारों की मांग नहीं मानी गई, तो इस मुद्दे को संसद से सड़क तक बड़े आंदोलन का रूप दिया जाएगा।






