डोनाल्ड ट्रंप के दावों पर राहुल गांधी का पीएम मोदी पर वार, कहा- “पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई 5 घंटे में रोक दी”
नई दिल्ली, 27 अगस्त 2025। भारत-पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव और संघर्ष विराम को लेकर पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावों ने एक बार फिर से भारतीय राजनीति में हलचल मचा दी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को बिहार के मुजफ्फरपुर में आयोजित ‘वोटर अधिकार यात्रा’ रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गंभीर आरोप लगाए।
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान स्थित आतंकी कैंपों पर की गई भारतीय कार्रवाई सिर्फ पांच घंटे के भीतर रोक दी थी और यह सब अमेरिका के दबाव में हुआ। उन्होंने ट्रंप के हवाले से कहा—“ट्रंप ने बताया कि भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात बने थे। उन्होंने नरेंद्र मोदी को फोन किया और कहा कि जो कुछ भी कर रहे हो, उसे 24 घंटे के भीतर बंद करो। मोदी जी ने 24 घंटे नहीं, बल्कि सिर्फ 5 घंटे में कार्रवाई रोक दी।”

ट्रंप के दावे क्या हैं?
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में फिर से दोहराया कि भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सैन्य संघर्ष के दौरान उन्होंने हस्तक्षेप किया था और इससे परमाणु युद्ध टल गया। ट्रंप का दावा है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान दोनों पर व्यापार और टैरिफ की धमकी देकर सीजफायर मानने के लिए मजबूर किया।
व्हाइट हाउस की एक बैठक में ट्रंप ने कहा—“मैंने मोदी और पाकिस्तान से बात की और कहा कि अगर तुमने युद्ध नहीं रोका तो हम कोई व्यापार समझौता नहीं करेंगे और ऊंचे टैरिफ लगा देंगे। नतीजा यह हुआ कि पांच घंटे के भीतर मामला थम गया।” ट्रंप इससे पहले भी करीब 40 बार सार्वजनिक मंचों पर ऐसे दावे कर चुके हैं।
ट्रंप की मोदी और पाकिस्तान पर टिप्पणी
ट्रंप ने नरेंद्र मोदी को “एक बेहतरीन इंसान” बताते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान का विवाद बहुत पुराना है। उन्होंने कहा कि “यह विवाद सैकड़ों सालों से अलग-अलग नामों से चला आ रहा है।” उन्होंने यहां तक कहा कि उनके हस्तक्षेप के बाद पाकिस्तान को पीछे हटना पड़ा।
हालांकि इतिहास के अनुसार भारत और पाकिस्तान 1947 में ब्रिटिश शासन से स्वतंत्र होने के बाद अलग-अलग राष्ट्र बने। उससे पहले दोनों एक ही देश थे।
भारत का रुख और मोदी का बयान
भारत सरकार ने ट्रंप के इन दावों को कई बार खारिज किया है। विदेश मंत्रालय और सेना का कहना है कि पाकिस्तान के साथ संघर्ष विराम का समझौता दोनों देशों की सेनाओं के महानिदेशक (DGsMO) स्तर की बातचीत के बाद हुआ था, किसी तीसरे देश के दबाव में नहीं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी संसद में यह स्पष्ट कर चुके हैं कि भारत अपनी सैन्य कार्रवाई किसी भी बाहरी देश के कहने पर नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा था कि “ऑपरेशन सिंदूर” को समाप्त करने का निर्णय भारत ने अपनी रणनीति और हालात को देखते हुए लिया था, किसी बाहरी दबाव में नहीं।
राजनीतिक हलचल तेज
ट्रंप के दावों पर राहुल गांधी का बयान सामने आने के बाद भारतीय राजनीति में बहस तेज हो गई है। कांग्रेस मोदी सरकार पर “विदेशी दबाव में काम करने” का आरोप लगा रही है, वहीं बीजेपी का कहना है कि भारत की संप्रभुता पर सवाल उठाना विपक्ष की “देशविरोधी राजनीति” है।
इस पूरे घटनाक्रम ने भारत-पाकिस्तान संबंधों और घरेलू राजनीति को एक बार फिर से गर्मा दिया है।






