पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने राजस्थान विधानसभा से मांगी पेंशन, 1993 में बने थे विधायक
जयपुर। पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने राजस्थान विधानसभा से पेंशन के लिए आवेदन किया है। धनखड़ वर्ष 1993 में किशनगढ़ से कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने थे। नियमों के अनुसार, पूर्व विधायक होने के नाते उन्हें हर महीने करीब 42 हजार रुपये पेंशन मिलेगी। हालांकि, अभी तक विधानसभा अध्यक्ष की ओर से उनके आवेदन की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

राजस्थान में नेताओं के लिए पेंशन की दोहरी-तिहरी व्यवस्था लागू है। यानी यदि कोई व्यक्ति विधायक और सांसद दोनों रहा है, तो उसे दोनों पदों की पेंशन मिल सकती है। ऐसे में धनखड़ को भी विधायक पद की पेंशन मिलने की संभावना है।
अचानक उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा
74 वर्षीय धनखड़ ने 21 जुलाई 2025 को खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति पद से अचानक इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा सौंपा था। इस घटनाक्रम के बाद विपक्ष ने सरकार पर सवाल उठाते हुए जमकर हंगामा किया था। धनखड़ का कार्यकाल 10 अगस्त 2027 को पूरा होना था, लेकिन उन्होंने बीच में ही पद छोड़ दिया।
योग और टेबल टेनिस से बिता रहे वक्त

इस्तीफे के बाद धनखड़ अब अपना अधिकतर समय परिवार के साथ बिता रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, वह नियमित रूप से योगाभ्यास करते हैं और शौक के तौर पर टेबल टेनिस खेलते हैं। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहते हुए उन्होंने यह खेल अपनाया था और उपराष्ट्रपति रहते भी वह स्टाफ और शुभचिंतकों के साथ टेबल टेनिस खेलते रहे।
नया उपराष्ट्रपति कौन?
धनखड़ के इस्तीफे के बाद अब नए उपराष्ट्रपति का चुनाव 9 सितंबर को होना है। सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया है, जबकि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ ने उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को मैदान में उतारा है।

इस बीच, राजस्थान विधानसभा से पेंशन आवेदन का मामला भी सुर्खियों में आ गया है। माना जा रहा है कि नियमों के तहत धनखड़ को यह पेंशन मिलने में कोई अड़चन नहीं होगी।






