दिसम्बर 6, 2025

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छत्तीसगढ़ BJP नेता ने महुआ मोइत्रा के खिलाफ दर्ज कराई FIR, बोले– ‘मेरे समुदाय से आती हैं लेकिन बयान शर्मनाक’

रायपुर: तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा एक बार फिर विवादों में घिर गई हैं। इस बार छत्तीसगढ़ के रायपुर में भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता गोपाल सामंतों ने उनके खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई है। आरोप है कि महुआ मोइत्रा ने गृह मंत्री अमित शाह को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिससे न केवल राजनीतिक मर्यादा भंग हुई, बल्कि बंगाली समुदाय की छवि भी धूमिल हुई है।

‘बहुत भारी मन से उठाया कदम’

एफआईआर दर्ज कराने के बाद मीडिया से बातचीत में गोपाल सामंतों ने कहा कि उन्होंने यह कदम व्यक्तिगत या राजनीतिक कारणों से नहीं, बल्कि समाज और संसदीय गरिमा की रक्षा के लिए उठाया है। उन्होंने कहा—
“महुआ मोइत्रा मेरी ही कम्युनिटी से आती हैं। उनसे एक सांसद होने के नाते जिम्मेदाराना व्यवहार की उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने अमित शाह के खिलाफ जिस तरह की टिप्पणी की, वह बेहद गैर-जिम्मेदाराना और शर्मनाक है।”

बंगाली समाज की छवि पर सवाल

सामंतों ने आरोप लगाया कि महुआ मोइत्रा का बयान केवल अमित शाह पर हमला नहीं था, बल्कि इससे पूरे बंगाली समाज की छवि पर भी चोट पहुंची है। उन्होंने कहा कि किसी भी समुदाय की गरिमा और पहचान से समझौता स्वीकार्य नहीं है।
“मैंने यह एफआईआर राजनीतिक कारणों से नहीं, बल्कि समाज के सम्मान और संसदीय मर्यादा को बचाने के लिए कराई है। ऐसे लोगों को संसद में जगह नहीं मिलनी चाहिए और समाज को भी ऐसे बयानों को बर्दाश्त नहीं करना चाहिए,” उन्होंने कहा।

राजनीतिक हलचल तेज

जैसे ही मामला सामने आया, राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। बीजेपी नेता इस कदम को “संसदीय मर्यादा की रक्षा” बता रहे हैं, जबकि टीएमसी खेमे से इस पर पलटवार की पूरी संभावना है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में यह मुद्दा और तूल पकड़ सकता है।

‘समाज से बहिष्कार होना चाहिए’

सामंतों ने आगे कहा कि यह सिर्फ एक बयान का मामला नहीं है, बल्कि नफरत और गलत संदेश फैलाने का मुद्दा है। उन्होंने अपील की कि समाज को ऐसे लोगों को बहिष्कृत करना चाहिए, जो समाज में जहर घोलने का काम करते हैं।

निष्कर्ष

महुआ मोइत्रा के खिलाफ दर्ज यह एफआईआर न केवल उनके लिए मुश्किलें बढ़ा सकती है, बल्कि भाजपा और टीएमसी के बीच सियासी टकराव को और तीखा कर सकती है। अब देखना यह होगा कि महुआ मोइत्रा और उनकी पार्टी इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है।

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