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कोंडागांव
बड़ी राहत
  • Written by - News Valley24 Desk
  • Last Updated: 21 मई 2021,  12:58 PM IST

बांध से पानी लेने वाले किसानों का 18 लाख का टैक्स किया गया माफ

हालांकि पूरे प्रदेश के 18 लाख किसानों का करीब 80 करोड़ रुपए का जल कर माफ किया गया है, जिसमें बस्तर जिले के कोसारटेडा बांध की नहरों पर निर्भर किसानों के भी 1818696 रुपए माफ कर दिए गए हैं। किसानों ने जल कर माफ करने पर इसे राहत देने वाला फैसला करार दिया है। बांध और तालाब के साथ ही उद्वहन सिंचाई योजना के जरिए जल संसाधन विभाग ने अलग-अलग रेट तय किए हैं। खरीफ के मौसम में किसानों को 99 रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से जल कर लिया जाता है, वहीं रबी के मौसम में यह बढ़कर 120 रुपए हो जाता है।





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6 हजार में धान,खरीफ में 1 हजार हेक्टेयर में मक्का
किसानों के लिए सिंचाई का सबसे बड़ा जरिया कोसारटेडा बांध है। इस बांध से किसानों को हर साल 7 हजार हेक्टेयर से ज्यादा रकबे में सिंचाई की सुविधा मिलती है। बांध के किनारे रहने वाले किसान सबसे ज्यादा धान और मक्के की खेती करते हैं। बांध के पानी का उपयोग इस खरीफ में करीब 1000 हेक्टेयर रकबे में किया जाता है।





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किसानों ने की खेती 7360 हेक्टेयर में
मालूम हो कि कोसारटेडा बांध से लगे इलाके के करीब 19 गांवों के 7360 हेक्टेयर रकबे में तकरीबन साढ़े 3 हजार से ज्यादा किसान खेती-किसानी करते हैं। जल कर के रूप में किसानों से सौ रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से शुल्क लिया जाता है। ऐसे में इलाके के किसानों का 1818696 रुपए माफ कर दिया गया है।





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किसान बोले- हमारे हक में ट्रैक्स माफी का फैसला
इलाके के किसान रोहित पांडे बताते हैं कि सरकार द्वारा जल कर माफ करने की खबर मिलने के बाद उनका परिवार खुश है। वे करीब 80 एकड़ रकबे में खेती करते हैं, इस मान से जल कर के रूप में उन्हें 8000 रुपए की छूट मिली है। वहीं किसान सोमधर कहते हैं कि लॉकडाउन में उनके हाथ में पैसे भी नहीं हैं।





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