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सीएमसी की अधर में अटकी मेडिकल एजुकेशन फिर पटरी पर
  • Written by - News Valley24 Desk
  • Last Updated: 6 अक्टूबर 2021,  10:14 AM IST

183 मेडिकल स्टूडेंट्स प्रदेश के 5 कॉलेजों में पढ़ाई कर सकेंगे





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इन कॉलेजों में छात्रों को शिफ्ट करने का प्लान





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  • 60 छात्र मेकाहारा हॉस्पि. रायपुर
  • 50 छात्र सिम्स हॉस्पि. बिलासपुर
  • 50 मेडिकल कॉलेज जगदलपुर
  • 23 मेडिकल कॉलेज राजनांदगांव

183 में 5 स्टूडेंट पहले वर्ष की पढ़ाई कर रहे





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जिले के सरकारी मेडिकल कालेज में अभी पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट की कुल संख्या 183 है। इनमें सबसे कम 5 स्टूडेंट एमबीबीएस पहली वर्ष के, 3 दूसरी वर्ष के, 173 अंतिम वर्ष पार्ट' के और 2 अंतिम वर्ष पार्ट-2 की पढ़ाई कर रहे हैं। निजी कॉलेज के बंद होने से इन छात्रों का भविष्य संकट में पड़ गया था। इन छात्रों से जुड़े कुछ मामले न्यायालय में भी विचाराधीन रहा। मेडिकल कॉलेज के सरकारीकरण के बाद इन छात्रों की पढ़ाई व अन्य सारे लंबित मामलों का निराकरण हो रहा है।





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अनुमति में देरी होने पर अस्पताल में होगी ट्रेनिंग





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नेशनल मेडिकल कमीशन से अनुमति मिलने तक छात्रों को जिला अस्पताल में ट्रेनिंग की व्यवस्था की जा रही है। यहां छात्रों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही पढ़ाई भी कराई जाएगी। विशेष रूप से अंतिम वर्ष के छात्रों को प्रैक्टिकल से जुड़े कार्य कराए जाएंगे। अंतिम वर्ष के छात्र मरीजों का इलाज भी कर सकते हैं। इसे लेकर भी शासन से मार्गदर्शन मांगा गया है। अनुमति के बाद उन्हें जिला अस्पताल में ट्रेनिंग की प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी की गई है।





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अनुमति मिलते ही हम सबको शिफ्ट कर देंगे





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सरकारी मेडिकल कॉलेज में पहले से पढ़ाई करने वाले 183 मेडिकल स्टूडेंट को पढ़ाई व प्रेक्टिकल की बेहतर सुविधा देने का प्लान बना है। इसके लिए नेशनल मेडिल कमीशन को पत्र लिखकर अनुमति मांगी गई है। अनुमति मिलते ही हम सभी स्टूडेंट का दूसरे मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट कर देंगे। क्योंकि कॉलेज संचालित होने में समय लगना है। शासन से भी मार्गदर्शन मांगा गया है। ताकि समाधान निकल सके।





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