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दुर्लभ बीमारी का भिलाई में दूसरा मामला
  • Written by - News Valley24 Desk
  • Last Updated: 7 दिसम्बर 2021,  10:39 AM IST

3 महीने के रुद्रांश को स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी नाम की बीमारी, इलाज के लिए चाहिए 22 करोड़ का इंजेक्शन

सितंबर में जन्म, एक माह बाद बीमारी के लक्षण दिखे
सेक्टर-9 अस्पताल में रुद्रांश का जन्म 11 सितंबर 2021 को हुआ था। एक महीने तक वह सामान्य बच्चों की तरह ही था। लेकिन एक महीना का होने के बाद धीरे-धीरे उसका चहकना, हिलना बंद हो गया। दो महीने तक भाग-दौड़ करने के बाद पता चला।





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पिता ने कहा- सब कुछ बेचकर भी रकम नहीं जुटेगी रुद्रांश के पिता छग गृह निर्माण मंडल, नवा रायपुर में बाबू हैं। तीन माह के बेटे की बीमारी ने उनके पूरे परिवार को झकझोर दिया है। क्योंकि जहां वह नौकरी कर रहे, वहां से 22 करोड़ के मदद की गुंजाइश नहीं हो पा रही है। सब कुछ बेचकर भी रकम नहीं जुटेगी।





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टैक्स माफी के बाद भी इंजेक्शन 16 करोड़ में मिलेगी
विदेश से आने वाले इस इंजेक्शन की वास्तविक कीमत 16 करोड़ है। इसेे मंगाने पर संबंधित को इस पर 6 करोड़ रुपए टैक्स के तौर पर देने पड़ते हैं। लेकिन इसके पहले मिले इन तरह के बच्चों के लिए केंद्र सरकार ने टैक्स माफ कर दिया है। इंजेक्शन लगने से पीड़ित सामान्य हो जाते हैं।





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