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दुर्ग की बेटी की -100ऊंची उड़ान -100
  • Written by - News Valley24 Desk
  • Last Updated: 15 जनवरी 2022,  12:22 PM IST

निवेदिता बनी इंडियन एयरफोर्स में फ्लाइंग ऑफिसर, असफलता से घबराई नहीं पूरा किया सपना

इस जीत में निवेदिता के साथ-साथ उसके पिता का विशेष योगदान है। दुर्ग की खंडेलवाल कॉलोनी में रहने वाली निवेदिता बताती हैं, उसके पिता अशोक शर्मा को जब उसकी पायलट बनने की इच्छा के बारे में पता चला वह हमेशा बेटी को पायलेट बनने के लिए क्या करना है यह बताते रहे। खुद नेट पर सर्च कर, कोचिंग, एक्सरसाइज से लेकर एनसीसी कोर्स तक की जानकारी जुटाई।





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पिता रिटायर बैंककर्मी और आर्ट ऑफ लिविंग टीचर





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निवेदिता के पिता अशोक शर्मा नागरिक सहकारी बैंक दुर्ग में मैनेजर थे। रिटायर होने के बाद वह वर्तमान में कॉस्ट अकाउंटेंट की प्रैक्टिस करते हैं और आर्ट ऑफ लिविंग के टीचर हैं। निवेदिता की मां हाउस वाइफ हैं। एक छोटी बहन है जो 11वीं में पढ़ती है। निवेदिता जब भी उदास होती या उसकी उर्जा कम होती। अशोक शर्मा अपनी बेटी को आर्ट ऑफ लिविंग के ध्यान, योग के जरिए चार्ज करते।





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कर्नल से मिलकर एयरफोर्स में जाने का बनाया मन





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स्कूल के दिनों में निवेदिता के पापा के दोस्त ने निवेदिता की मुलाकात एक कर्नल से कराई थी। निवेदिता ने उनसे पायलट बनने के बारे में पूछा तो उन्होंने उसे एयरफोर्स में जाने का रास्ता सुझाया। उसी समय से निवेदिता ने ठान लिया था कि वो एयरफोर्स में जाएगी।





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एनसीसी एयरविंग में उड़ने का सपना हुआ पूरा





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एयरफोर्स में जाने के लिए ही निवेदिता ने शासकीय कॉलेज में बीकॉम में एडमिशन लिया और एनसीसी एयरविंग जॉइन किया। यहां पहली बार पैराशूट के साथ 15 हजार किलोमीटर ऊंचाई से उसने छलांग लगाई, तब आसमान में उड़ने का उसका सपना भी पूरा हो गया। इस सपने को हमेशा के लिए साकार करने के लिए वह एयरफोर्स के अधिकारियों से मिली और उन्होंने उसे आगे का रास्ता दिखाया।





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बॉडी और दिमाग दोनों को बनाया उस लायक





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लड़कियां नाजुक होती हैं और एयरफोर्स की ट्रेनिंग काफी सख्त। शायद यह बात निवेदिता के जेहन में बैठ गई। उसने अपने आपको पूरी तरह से एयरफोर्स के लायक बनाया। उसने रोज 5-6 घंटे खूब मन लगाकर पढ़ाई की और 2-3 घंटे जिम, एक्सरसाइज से अपने शरीर को स्ट्रांग बनाया। 2 बार उसे एंट्रेंस एग्जाम में सफलता नहीं मिली। निवेदिता को उनकी मंजिल तीसरे प्रयास में मिली है। पहले लिखित परीक्षा हुई, इसका रिजल्ट आया तो निवेदिता की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। रिर्टन एग्जाम पास करने के बाद वाराणसी में पांच दिन का एसएसबी इंटरव्यू पास किया। इसके बाद फाइनल सिलेक्शन पाकर 15 जनवरी को हैदराबाद स्थित एयरफोर्स एकेडमी में ट्रेनिंग के लिए जा रही है।





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