बिहार में ‘गांधी से अंबेडकर मार्च’: पटना में विपक्ष का शक्ति प्रदर्शन, वोटर अधिकार यात्रा का हुआ समापन
पटना, 1 सितंबर 2025।
बिहार की राजनीति आज पटना में विपक्षी दलों के शक्ति प्रदर्शन की गवाह बनी। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राजद नेता और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी समेत महागठबंधन के बड़े नेता आज राजधानी की सड़कों पर उतरे। यह अवसर था ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के अंतिम चरण का, जिसे विपक्षी दलों ने ‘गांधी से अंबेडकर मार्च’ नाम दिया।

यह यात्रा 14 दिनों तक चली और बिहार के 23 जिलों को कवर करने के बाद रविवार को पटना में एक विशाल रोड शो और रैली के साथ समाप्त हुई। इस यात्रा की शुरुआत सासाराम (रोहतास ज़िला) से हुई थी और इसे विपक्ष ने लोकतंत्र और आम मतदाताओं के अधिकारों को बचाने की लड़ाई के रूप में पेश किया।
गांधी से अंबेडकर तक का सफर
मार्च की शुरुआत गांधी मैदान स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा से हुई। वहां से यह यात्रा एसपी वर्मा रोड, डाक बंगला चौक, कोतवाली थाना और नेहरू पथ होते हुए हाईकोर्ट के पास स्थित डॉ. बी.आर. अंबेडकर की प्रतिमा तक पहुंची। अंत में यह यात्रा दोपहर 12:30 बजे अंबेडकर पार्क, नेहरू पथ पर समाप्त हुई, जहां इंडिया गठबंधन के नेताओं ने अंबेडकर प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और एक जनसभा को संबोधित किया।

खुली वैन पर राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के साथ महागठबंधन के नेता एकजुट होकर सड़क पर उतरे और हजारों कार्यकर्ताओं ने उनका साथ दिया। पटना की मुख्य सड़कों पर जनसैलाब उमड़ पड़ा और नारेबाजी के बीच विपक्षी नेताओं ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया।
महागठबंधन के दिग्गज नेताओं की मौजूदगी
आज के रोड शो और रैली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, भाकपा महासचिव डी. राजा, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, भाकपा-माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य समेत कई दिग्गज नेताओं की मौजूदगी रही।
मतदाता सूची से नाम हटाने पर विपक्ष का हमला
यात्रा के दौरान इंडिया गठबंधन के नेताओं ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए केंद्र सरकार और निर्वाचन आयोग पर सीधा हमला बोला। उनका आरोप है कि बिहार में 65 लाख से अधिक मतदाताओं के नाम जानबूझकर हटाए गए हैं, जिससे गरीबों, दलितों और हाशिए पर खड़े वर्गों को वंचित किया जा रहा है।
नेताओं का कहना है कि यह कवायद भाजपा और उसके सहयोगी दलों को लाभ पहुंचाने के लिए की गई है। राहुल गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं ने इसे लोकतंत्र और नागरिक अधिकारों पर सीधा हमला बताया। उन्होंने कहा कि जनता के वोटर अधिकार को छीनने की कोई भी साजिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

आगे की लड़ाई का एलान
महागठबंधन नेताओं ने जनसभा में साफ किया कि यह सिर्फ एक यात्रा नहीं, बल्कि लोकतंत्र और मताधिकार की रक्षा की लड़ाई का हिस्सा है। लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने मिलकर जनता से अपील की कि वे अपने मताधिकार के लिए सजग और संगठित रहें।
आज पटना की सड़कों पर विपक्ष का यह प्रदर्शन आगामी लोकसभा चुनावों से पहले एक बड़ा राजनीतिक संदेश माना जा रहा है।






