बिहार में मोदी के दौरे से पहले तेजस्वी का बड़ा वार: अस्पताल की तस्वीरें, क्रिकेट मैच और ‘जुमलों’ पर हमला
पटना।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे से पहले राजनीति अचानक गरमा गई है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने एक ओर जहां भाषणों में किए जाने वाले वादों को “जुमलों की बारिश” बताया, वहीं दूसरी ओर बिहार के स्वास्थ्य ढांचे की बदहाली को सामने रखकर सवाल दागे।
GMCH की हालत पर उठाए सवाल
तेजस्वी यादव ने पूर्णिया के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल (GMCH) की तस्वीरें साझा कर केंद्र और राज्य सरकार दोनों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा—
“हम तो कहते हैं कि मोदी जी कल वहां (GMCH) चले जाएं और हमारे चाचा नीतीश जी को भी साथ ले जाएं।”
तेजस्वी का तर्क है कि प्रधानमंत्री जब बिहार आते हैं तो गरीबी, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे अहम मुद्दों पर बात नहीं करते, बल्कि लोगों का ध्यान भटकाने वाले विषयों पर भाषण देते हैं।
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क्रिकेट से राजनीति तक हमला
तेजस्वी यादव ने अपने हमले को यहीं तक सीमित नहीं रखा। भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच का जिक्र करते हुए उन्होंने पीएम मोदी और भाजपा पर करारा तंज कसा। उन्होंने कहा—
“मोदी जी कहते थे कि उनके रगों में सिंदूर दौड़ रहा था। लेकिन वही लोग अब पाकिस्तान के साथ मैच करवा रहे हैं।”
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि भाजपा अपनी सुविधा के अनुसार पाकिस्तान के साथ अपने संबंध बदलती रहती है।
“कभी सीजफायर हो जाता है, कभी अटैक हो जाता है, और कभी खून और पानी बहना रुक जाता है।”
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भाजपा पर सीधा हमला
तेजस्वी यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पाकिस्तान के मुद्दे को पार्टी सिर्फ अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल करती है। उन्होंने यहां तक कह दिया कि “पाकिस्तान तो बीजेपी का पार्टनर है।”
बिहार में सियासत की नई जंग
पीएम मोदी के दौरे से ठीक पहले तेजस्वी का यह हमला बिहार की सियासत को और गर्म करने वाला है। एक तरफ विपक्ष राज्य में स्वास्थ्य और शिक्षा की बदहाली के मुद्दे उठा रहा है, तो दूसरी तरफ भाजपा पीएम मोदी के दौरे को बड़े राजनीतिक संदेश के रूप में पेश करने की तैयारी में है।
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नतीजा
तेजस्वी यादव की ओर से उठाए गए सवाल और तंज यह साफ करते हैं कि बिहार में आने वाले दिनों में राजनीतिक बयानबाजी और भी तेज होने वाली है। मोदी के दौरे के दौरान उनके भाषण किस दिशा में जाते हैं और विपक्ष इसे कैसे भुनाता है, यह देखना दिलचस्प होगा।






