छत्तीसगढ़ को मिला पहला सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, बस्तर के जगदलपुर में 240 बिस्तरों वाला हॉस्पिटल जल्द शुरू होगा
रायपुर/जगदलपुर, 04 सितम्बर 2025।
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक बड़ा मील का पत्थर जुड़ गया है। राज्य सरकार ने बस्तर संभाग के मुख्यालय जगदलपुर में 240 बिस्तरों वाले सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के संचालन के लिए तेलंगाना के कॉन्टिनेंटल हॉस्पिटल के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल और चिकित्सा शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। यह अनुबंध प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (PMSSY) के तहत हुआ है।

“प्रदेशवासियों को मिलेंगी विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएँ” – सीएम
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस अवसर पर कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि आदिवासी अंचलों सहित छत्तीसगढ़ के हर नागरिक तक विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएँ पहुंचे। उन्होंने याद दिलाया कि इस अस्पताल का निर्माण कार्य लगभग 8 वर्ष पहले शुरू हुआ था और अब राज्य की रजत जयंती के मौके पर इसका संचालन शुरू होने जा रहा है, जो ऐतिहासिक महत्व रखता है।
सीएम ने कहा कि लंबे समय से बस्तर क्षेत्र के लोग उच्च स्तरीय चिकित्सा सेवाओं से वंचित रहे हैं, लेकिन अब यह अस्पताल उनके लिए वरदान साबित होगा। विशेष रूप से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात जवानों के लिए यह जीवनरक्षक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा, “पहले घायल जवानों को एयर एंबुलेंस से रायपुर भेजना पड़ता था, लेकिन अब जगदलपुर में ही उन्हें अत्याधुनिक इलाज उपलब्ध होगा।”
गरीबों को भी मिलेगा लाभ
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि हर व्यक्ति को समय पर बेहतर इलाज मिले। उन्होंने बताया कि पहले सुपर स्पेशियलिटी सेवाएँ केवल रायपुर और बिलासपुर जैसे बड़े शहरों में उपलब्ध थीं, लेकिन अब बस्तर अंचल के लोग भी सरकारी दरों पर इन सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे।
200 करोड़ की लागत से बना अस्पताल
स्वास्थ्य सचिव ने जानकारी दी कि इस सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के निर्माण पर 200 करोड़ रुपये की लागत आई है, जिसमें से 120 करोड़ केंद्र सरकार और 80 करोड़ राज्य सरकार ने वहन किए हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (NMDC) ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। अस्पताल 11 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें अत्याधुनिक मशीनें एवं उपकरण लगाए गए हैं।
किन बीमारियों का होगा इलाज?
यह अस्पताल 10 मंजिला होगा और इसमें 240 बिस्तरों की क्षमता होगी। इसमें कई विशेष विभाग संचालित होंगे, जिनमें—
- हृदय रोग (कार्डियोलॉजी)
- किडनी रोग (नेफ्रोलॉजी)
- मस्तिष्क रोग एवं न्यूरो सर्जरी
- यूरोलॉजी
- गैस्ट्रोएंटरोलॉजी
इसके अलावा ओपीडी, आईसीयू, आपातकालीन सेवाएँ और गहन चिकित्सा की अत्याधुनिक सुविधाएँ भी उपलब्ध होंगी। विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम मरीजों का इलाज सरकारी दरों पर करेगी।

पूरे प्रदेश के लिए नई आशा
इस अवसर पर उपस्थित जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और कॉन्टिनेंटल हॉस्पिटल प्रबंधन ने इस पहल को प्रदेश के स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक बताया। उनका कहना था कि इस अस्पताल से न केवल बस्तर अंचल बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ और आसपास के राज्यों के मरीजों को लाभ मिलेगा। अब गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए मरीजों को बड़े शहरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
यह अस्पताल प्रदेश के लोगों के लिए नई आशा और जीवनदायी सुविधा साबित होगा और छत्तीसगढ़ को स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में नई पहचान दिलाएगा।






