“अब गांवों के नायक होंगे गणतंत्र दिवस के अतिथि! केंद्र सरकार देगी सम्मान, जानिए कौन सी पंचायतें होंगी चयनित”
नई दिल्ली/जशपुरनगर | विशेष संवाददाता | 31 अक्टूबर 2025
देश की लाखों पंचायतों के लिए केंद्र सरकार ने एक प्रेरणादायक पहल की है।
2026 के गणतंत्र दिवस समारोह में अब सिर्फ सैन्य बलों या विशिष्ट नागरिकों को ही नहीं, बल्कि देश की उन पंचायतों के सरपंचों को भी विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाएगा, जिन्होंने केंद्र सरकार की प्रमुख योजनाओं में 90% या उससे अधिक पात्र लाभार्थियों तक पहुंच (संतृप्ति) हासिल की है।
यह पहला अवसर होगा जब ग्राम पंचायत स्तर की उत्कृष्ट उपलब्धियों को राष्ट्रीय मंच पर सम्मानित किया जाएगा।
सरकार की नौ प्रमुख योजनाएं बनीं मूल्यांकन का आधार
भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय ने इस चयन के लिए 9 प्रमुख योजनाओं को चिन्हित किया है:
- हर घर जल योजना
- प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण)
- मिशन इन्द्रधनुष
- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत)
- प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना
- पीएम विश्वकर्मा योजना
- सक्षम आंगनबाड़ी एवं पोषण 2.0
- किसान क्रेडिट कार्ड योजना (कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य पालन हेतु)
- पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना
इनमें से कम से कम छह योजनाओं में 90% या उससे अधिक कवरेज हासिल करने वाली पंचायतें ही चयन प्रक्रिया में पात्र मानी जाएंगी।
जिला स्तर पर बनेगी मूल्यांकन समिति
हर जिले में पंचायतों के प्रदर्शन के मूल्यांकन के लिए जिला मूल्यांकन समिति गठित की जाएगी।
इसकी अध्यक्षता जिला कलेक्टर करेंगे, जबकि समिति में सीईओ जिला पंचायत, डीआरडीए परियोजना निदेशक, पंचायती राज अधिकारी और संबंधित विभागों के अधिकारी शामिल होंगे।
इन समितियों द्वारा पंचायतों का मूल्यांकन 30 नवम्बर 2025 तक की स्थिति के आधार पर किया जाएगा।
नवाचार और जनभागीदारी को भी मिलेगा अतिरिक्त वेटेज
केंद्र सरकार ने केवल योजनाओं के क्रियान्वयन तक ही सीमित न रहकर, स्थानीय नवाचार, रचनात्मक पहल और सामुदायिक सहभागिता को भी महत्व दिया है।
इन मानकों पर पंचायतों को 20 प्रतिशत अतिरिक्त वेटेज दिया जाएगा —
यानी, जो पंचायतें पारंपरिक सीमाओं से आगे बढ़कर नये प्रयोग कर रही हैं, उन्हें प्राथमिकता मिलेगी।
हर जिले से दो सर्वश्रेष्ठ पंचायतों का चयन
प्रत्येक जिले से दो सर्वश्रेष्ठ पंचायतों को चिन्हित कर उनका प्रस्ताव भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय को भेजा जाएगा।
मंत्रालय द्वारा अंतिम सूची तैयार की जाएगी, और चयनित सरपंचों को गणतंत्र दिवस समारोह 2026 में विशेष अतिथि के रूप में बुलाया जाएगा।
यह पहल “भारत के गांवों के नायकों” को राष्ट्रीय पहचान देने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम मानी जा रही है।
गांवों के सरपंच अब राष्ट्रीय मंच पर
अब तक पंचायत प्रतिनिधियों का योगदान सीमित रूप से देखा जाता था, लेकिन इस सम्मान से देश के ग्रामीण नेतृत्व को नई पहचान मिलने जा रही है।
यह कार्यक्रम ग्रामीण भारत के लिए गर्व का क्षण होगा, जहां एक सरपंच गणतंत्र दिवस की परेड में बैठा दिखाई देगा —
वह वही व्यक्ति होगा जिसने अपने गांव के हर घर तक सरकारी योजनाओं की रोशनी पहुंचाई है।
स्थानीय नवाचारों की प्रेरक कहानियाँ
जशपुर जिले की कई पंचायतों में इन योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन की मिसालें देखने को मिली हैं —
जैसे हर घर जल योजना के तहत पूरे गांव को नल-जल से जोड़ना,
या प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सभी पात्र परिवारों को छत उपलब्ध कराना।
कई पंचायतों ने स्वयंसेवकों और स्थानीय युवाओं की मदद से आयुष्मान कार्ड, पोषण ट्रैकिंग ऐप और स्वच्छता अभियान को डिजिटल तरीके से अपनाया है, जिससे योजनाओं की पारदर्शिता और प्रभाव दोनों बढ़े हैं।
केंद्र सरकार का लक्ष्य: प्रेरणा, प्रतिस्पर्धा और समावेश
इस सम्मान का उद्देश्य केवल पुरस्कार देना नहीं, बल्कि प्रतिस्पर्धी भावना जगाना और प्रेरणा फैलाना है।
हर पंचायत को यह संदेश देना है कि अगर वे अपने गांव को योजनाओं के पूर्ण लाभ तक पहुंचा दें, तो वे भी राष्ट्रीय मंच पर स्थान पा सकती हैं।
समाप्ति पंक्ति (Editorial Closure):
2026 का गणतंत्र दिवस देश के लिए ही नहीं,
बल्कि भारत के सशक्त होते गांवों के लिए भी ऐतिहासिक साबित होगा।
जहां एक सरपंच का सम्मान, पूरे गांव की मेहनत और आत्मनिर्भरता की पहचान बनेगा।
कह सकते हैं —
“अब दिल्ली के राजपथ पर गूंजेगी गांव की आवाज़!”














