लखीमपुर खीरी: झोले में बच्चे का शव लेकर डीएम ऑफिस पहुंचा पिता, निजी अस्पताल पर लगाया लापरवाही का आरोप
लखीमपुर खीरी (यूपी):
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। शुक्रवार को एक बेबस पिता झोले में अपने नवजात बच्चे का शव लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचा और अफसरों से इंसाफ की गुहार लगाई। पिता ने कहा— “मेरे बच्चे को ज़िंदा करो या दोषियों को सजा दो।”
प्राइवेट अस्पताल पर गंभीर आरोप
बच्चे के पिता विपिन गुप्ता का आरोप है कि शहर के गोलदार प्राइवेट हॉस्पिटल में डिलीवरी के दौरान डॉक्टरों ने गलत इलाज किया और पैसों की मांग की। अस्पताल की लापरवाही के कारण उसके नवजात की मौत हो गई। पिता का कहना है कि इलाज के नाम पर अस्पताल पैसे वसूलता रहा लेकिन सही इलाज नहीं किया गया और अंत में मासूम की जान चली गई।

मां की हालत गंभीर
विपिन गुप्ता ने बताया कि बच्चे की मां की हालत भी गंभीर हो गई थी, जिसे दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद पिता नवजात का शव लेकर सीधे डीएम ऑफिस पहुंचा और वहां मौजूद अफसरों से न्याय की मांग की।
प्रशासन की कार्रवाई
डीएम ऑफिस में हंगामे के बाद मामला संज्ञान में आया। लखीमपुर खीरी के सीएमओ संतोष गुप्ता ने बताया कि शिकायतकर्ता ने गोलदार हॉस्पिटल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने जांच शुरू कर दी है और दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
हॉस्पिटल सील
घटना के कुछ घंटे बाद स्वास्थ्य महकमे की टीम मौके पर पहुंची और संबंधित हॉस्पिटल को सील कर दिया। अधिकारियों का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद जिम्मेदारों पर सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
बड़ा सवाल
इस घटना ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जब लोग अपने परिजनों की जिंदगी बचाने के लिए अस्पताल जाते हैं तो आखिर वहां से मौत का सर्टिफिकेट क्यों मिलता है? क्या मासूम की मौत का गुनहगार लालच में डूबा निजी अस्पताल है या फिर लापरवाह सिस्टम?






